Mudra Loan 2023: प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के प्रकार, ब्याज दरें व नियम
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA) लोन स्कीम भारत सरकार की एक पहल है जो व्यक्तियों, SME और MSME को लोन प्रदान करती है। MUDRA के तहत 3 लोन योजनाएं ऑफर की जाती हैं जिनका नाम शिशु, किशोर और तरुण है। मुद्रा लोन योजना (Mudra Loan Yojana) के तहत अधिकतम 10 लाख रु. तक की लोन राशि प्रदान की जाती है। मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत नहीं होती है। इस लोन का भुगतान 5 साल तक किया जा सकता है। मुद्रा लोन की योग्यता शर्तें, लाभ, ज़रूरी दस्तावेजों आदि के बारे में जानने के लिए ये लेख पढ़ें।
मुद्रा लोन लेने के लिए योग्य संस्थाएं
मुद्रा योजना के तहत लोन केवल सर्विसेज, मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडिंग सेक्टर में लगी निम्नलिखित संस्थाओं द्वारा प्राप्त किया जा सकता है:
- व्यक्ति, गैर- नौकरीपेशा पेशेवर और स्टार्टअप
- एमएसएमई
- दुकानदार, रेहड़ी-पटरी वाले, खुदरा विक्रेता, व्यापारी, छोटे निर्माता और कारीगर
- सोल प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (एलएलपी), और अन्य व्यावसायिक संस्थाएं
मुद्रा लोन के लाभ
- कौलैटरल- फ्री लोन – बैंकों/एनबीएफसी को कोई कोलैटरल या सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत नहीं है
- ज़ीरो से नाममात्र प्रोसेसिंग फीस और कम ब्याज दरें
- महिला उद्यमियों के लिए ब्याज दरों में छूट
- भारत सरकार से क्रेडिट गारंटी योजनाओं के तहत कवर किए गए लोन
- यह टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन और ओवरड्राफ्ट सुविधाओं के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है
- सभी नॉन- फार्म एंटरप्राइज़ेज, यानी स्मॉल या माइक्रो फर्म मुद्रा लोन प्राप्त कर सकते हैं
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अल्पसंख्यक वर्ग के लोग विशेष ब्याज दरों पर मुद्रा लोन प्राप्त कर सकते हैं।
मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कैसे करें
एप्लीकेशन फॉर्म mudra.org.in पर मौज़ूद है, जहां से आप फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं और सभी ज़रूरी जानकारी भर सकते हैं। अलग- अलग बैंकों/ NBFC में अप्लाई करने की प्रक्रियाएँ थोड़ी अलग हो सकती हैं। आप जिस बैंक से मुद्रा लोन प्राप्त करना चाहते हैं, उसकी नज़दीकी शाखा में जाएं और विधिवत भरे हुए एप्लीकेशन फॉर्म को जमा करें और बैंक की अन्य औपचारिकताओं को पूरी करें।
इसके अलावा, आप बैंक/ लोन संस्थान द्वारा निर्धारित ज़रूरी दस्तावेजों के साथ विधिवत भरे हुए एप्लीकेशन फॉर्म को जमा करके बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्लाई भी कर सकती हैं। एक बार जब बैंक/ लोन संस्थान ये चेक कर लेता है कि जमा किए गए दस्तावेज सही हैं, तो लोन को मंज़ूरी दे दी जाएगी और 7-10 कार्य दिवसों के भीतर आपके बैंक अकाउंट में लोन राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
यदि आप इंस्टेंट बिज़नेस लोन या 10 लाख रुपये से अधिक की लोन राशि चाहते हैं तो आप यहां अप्लाई कर सकती हैं और न्यूनतम ब्याज दर पर अपनी बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों के अनुसार बेस्ट लोन प्रोडक्ट चुन सकती हैं।
Mudra Loan: ज़रूरी दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज़ फोटो के साथ विधिवत भरा हुआ एप्लीकेशन फॉर्म
- आवेदक और सह-आवेदकों के KYC दस्तावेज: पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, यूटिलिटी बिल (पानी / बिजली बिल)
- अगर आवेदक किसी स्पेशल कैटेगरी से यानी एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक हैं, तो इसका प्रमाण (यदि लागू हो)
- पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
- बिज़नेस किस जगह पर है, उसका पता और कितने साल से चल रहा है, इसका प्रमाण, यदि लागू हो
- बैंक या एनबीएफसी द्वारा ज़रूरी कोई अन्य दस्तावेज
मुद्रा योजना के अंतर्गत आने वाले बिज़नेस की लिस्ट
मुद्रा योजना के अंतर्गत आने वाले बिज़नेस की लिस्ट नीचे दी गई है:
- कमर्शियल वाहन: मशीनरी और उपकरणों के लिए मुद्रा फाइनेंस का उपयोग ट्रैक्टर, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, ट्रॉली, टिलर, माल परिवहन वाहन, 3-व्हीलर, ई-रिक्शा जैसे कमर्शियल ट्रांसपोर्ट वाहनों को खरीदने के लिए किया जा सकता है।
- सर्विस सेक्टर की गतिविधियां: सैलून, जिम, सिलाई की दुकानों, मेडिकल शॉप, रिपेयर शॉप, ड्राई क्लीनिंग और फोटोकॉपी की दुकानों आदि का बिज़नेस शुरू करना।
- फूड एंड टेक्सटाइल प्रोडक्ट सेक्टर की गतिविधियाँ: संबंधित सेक्टर में शामिल विभिन्न गतिविधियों, जैसे- पापड़, अचार, आइसक्रीम, बिस्कुट, जैम, जेली, और मिठाई बनाना, साथ ही साथ ग्रामीण स्तर पर खेती से संबंधित उत्पादों के संरक्षण के लिए
- व्यापारियों और दुकानदारों के लिए व्यावसायिक गतिविधियाँ: दुकानें और सर्विस एंटरप्राइज स्थापित करना, व्यापारिक और व्यावसायिक गतिविधियाँ, और नॉन- फार्म गतिविधियां जिससे इनकम प्राप्त होती हो
- माइक्रो यूनिट्स के लिए इक्विपमेंट फाइनेंस स्कीम: अधिकतम 10 लाख रु. तक का लोन
- कृषि से संबंधित गतिविधियाँ: एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिज़नेस सेंटर, फूड एंड एग्रो-प्रोसेसिंग यूनिट, मुर्गी पालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, छंटाई, पशुधन-पालन, ग्रेडिंग, कृषि-उद्योगों, डेयरी, मत्स्य पालन, जैसे बिज़नेस से संबंधित गतिविधियाँ।
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